🤵 वीर्य में पतलापन या शुक्राणु की कमी किस कारण से होती है ?

वीर्य में पतलापन या शुक्राणु की कमी किस कारण से होती है ?

भारत देश के साथ सभी देशों में सेक्स इस विषय पर कम ही बोला ज्याता है इसके कारण युवकों और बच्चों में सेक्स की गलत धारणाएं निर्माण हो गई हैं। जब किसी भी नवयुवक की शादी होती है तो उसको स्वप्नदोष, सेक्स में संतुष्टी न मिलना तथा संभोग करने की इच्छा खतम होना इस तरह की समस्याएं दिखाई देती हैं। यह समस्या आने का प्रमुख कारण सभी को पता ही होगा क्यों की यह युवाओं में ज्यादा होता है। जब हम पंधरा या सोलह साल के होते हैं,तो सभी लोगों में सेक्स हार्मोन डेवलप होने लगते हैं। सेक्स हार्मोन की वजह से हमारे सेकंडरी सेक्स कैरेक्टर डेवलप तो होते है पर उसके साथ ही सेक्स करने की इच्छा भी उत्पन्न होती है। 

ज्यादातर लोगों को पंधरा साल होने से पहले ही पॉर्न की आदत लग जाती है। पोर्न इतना हमारे जिंदगी के उपर हावी हो जाता है की, उठते–बैठते समय उसीके खयाल अपने दिमाग में चलने लगते हैं। पॉर्न की वजह से वीर्य की मात्रा शरीर में कम होने लगती है। पॉर्न की लत येक बार लग गई तो उसे छोड़ना कठिन हो जाता है। कहां जाता है की,हमारी इच्छाशक्ति के जरिए किसी भी आदत को छोड़ा जा सकता हैं। पॉर्न की लत लगने पर छूटनी नही है क्यों की हम कही सालों से वह कॉन्टेंट देख रहे होते है इसके कारण शरीर को उसकी आदत लग जाती। पॉर्न न देखने पर बैचेनी और थका हुआ महसूस होता है। हमारा दिमाग पॉर्न विड्रॉल सिम्पटोम से आदत छूटने नही देता है जिसके कारण शादी के बाद अच्छा संभोग होना मुस्किल हो जाता है।

पॉर्न और ज्यादा हस्तमैथुन के कारण हमारा वीर्य पतला होने लगता है। जब यह पॉर्न की आदत छूट जाती हैं तब भी कही लोगों में वीर्य कम ही दिखता है। आज में कही सारे इस तरह के कारण बताऊंगा जिसके कारण आपका वीर्य पतला हुआ हैं और कम भी। ऐसा नही है की अश्लील बातें सभी देखते हैं, क्यों की कही लोगों के शरीर में वीर्य कम बनने के और भी कही कारण हो सकते है। शुक्राणु की कमी होना या संभोग के वक्त कम सेमेन निकलना यह हमारी बुरी आदतों की वजह से भी होता है। जैसे दारू पीना,गुटका खाना,गांजा और भी कही तरह के ड्रग्स के कारण वीर्य कम बनने लगता है। हम सीधा कह सकते है की जो लोग किसी भी चीज से एडिक्टेड है उनमें वीर्य पतला और कम होता है।

पृथ्वी पर रहने वाले सभी प्राणियों का जीवन पानी से शुरू होकर उसीमे ही मिल जाता है। वीर्य को अच्छा और ज्यादा बनाने के लिए पानी भी कही न कही बहोत महत्वपूर्ण रोल करता है। जो लोग पानी कम पीते है उनके अंदर भी वीर्य कम हो सकता है। आज के समय लोगों के काम कुछ एसे हो गए है की बैठ–बैठ कर पीठ में दर्द हो रहा है। पहले के तरह आज के समय कोई भी वजनदार या शारीरिक काम नहीं है इस कारण लोगो के शरीर आलसी बन गया है। योग हमारे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रखता हैं। हर रोज योग करना आज के लोगों को कही रोगों से दूर रखने में हेल्प करता हैं। 

प्राचीन काल से योग के कारण होने वाले फायदों का असाधारण वर्णन रहा है। सेक्सुअल डिजायर और ताकत को बढ़ाने के लिए योग करना बहोत जरूरी है। जो भी नॉर्मल लोग होते है उनमें संभोग के बाद 2.5 से लेकर 4.5 एमएल इतना वीर्य निकलता है। वीर्य की मात्रा कम होने के कंडीशन को मेडिकल भाषा में ओलिगोस्परमिया कहा जाता है। आयुर्वेद में वीर्य बढ़ाने के लिए दूध, बादाम,हल्दी,इलायची और अदरक को सही मात्रा में मिलाकर रोज पीने से वीर्य की क्वालिटी बढ़ती है। कही बार वीर्य की कमी होने का कारण शरीर के हार्मोन्स भी होते है। टेस्टेस्टेरॉन कम होने के कारण वीर्य कम मात्रा में तयार होने लगता है। 

कही बार डॉक्टर्स हमे सलाह देते है की,ज्यादा टेंशन लेना आपके सेहत के लिए हानिकारक है। हम जितना ज्यादा सोचने और टेंशन लेने लगेंगे तब वीर्य कम बनने लगेगा। कही बार लोग सेक्स फैंटेसी के लिए टाइट ड्रेस पहनते है। टाइट ड्रेस या गारमेंट पहनने के कारण भी स्पर्म की मात्रा कम बनती हैं इस कारण से ज्यादा से ज्यादा ढीले कपड़ों अपने रोज की जिंदगी में इस्तेमाल करें। कही उपाय करने के बाद भी वीर्य कम ही आ रहा हो तो डॉक्टर्स कही सारी टेस्ट भी करवाते है। जिसमे कही बार टेस्टिस का इन्फेक्शन भी होने की संभावना हमारे सामने उभरकर आती है। कही लोगों में जन्म से ही वीर्य कम बनता है जिसका प्रमुख कारण जेनेटिक बीमारियां हो सकती है।

आपको समझ में आया होंगा की,वीर्य की कमी और पतलापन किस कारण से होता है ? कही बार समस्या ज्यादा होने से पहले हम उसके उपर उपाय निकाल सकते है तथा हमारी बुरी आदतों को भी छोड़ सकते है। आपका और कोई भी प्रश्न हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते है।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने