🧀 शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण कौन से रोग हो सकते हैं ?

शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण कौन से रोग हो सकते हैं ?

देखा जाए तो आज के समय में हर येक इंसान किसी न किसी बीमारी से परेशान है। छोटे बच्चों से लेकर बूढ़े लोग भी इसमें शामिल है। इसमें सबसे प्रमुख समस्या कैल्शियम से संबंधित हो रही है। कैल्शियम के कमी के कारण लोगों में हड्डियां कमजोर होने के साथ ही टूट रही है। कैल्शियम हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण रोल निभाता है। हमारे दातों को मजबूती देने के लिए कैल्शियम यह सबसे अधिक लगने वाला एलिमेंट है। अक्सर आज के समय छोटे बच्चों के दांत खराब होने लगते है। बच्चों और जवान लोगों में कैविटी बनती है तथा दांत टूट जाता है। दांत में होने वाली झनझनाहट भी कैल्शियम की कमी को दिखता है।

आयुर्वेद के अनुसार जब हमारे शरीर में कैल्शियम कम होने लगता है तब हमारे हाथ सुन्न होने लगते है। बहोत ही कम उम्र में मसल दर्द होने लगता है इसका भी प्रमुख कारण कैल्शियम की कमी ही है। आजकल की पीढ़ी को कोई भी बातों को याद करना हो तब उनको वह बातें याद करने में बहोत दिक्कत आती है जिसे एग्जाम की तयारी। मेमोरी लॉस होना तथा किसी भी काम में कन्फ्यूजन पैदा होना यह भी कैल्शियम के कमी का प्रमुख लक्षण है। जल्दी–जल्दी थक जाना और नाखून का रंग बदलना यह कैल्शियम के कमी और नए रोगों की शुरुवात दर्शाता है। कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमजोर होने के साथ ही जल्दी टूटती है।

कैल्शियम की इतनी ज्यादा कमी होने का प्रमुख कारण येक ही हो सकता है जो की,भोजन की पौष्टिकता है। मानव के शरीर को सभी मात्रा के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है,जिसके कारण उसका शरीर मजबूत और तंदुरुस्त रहता है। देखा जाएं तो भारत देश की जनसंख्या इतनी ज्यादा है की,सभी लोगों को सही खाना मिलना कही बार मुश्किल बन जाता है। सभी लोगों में किसी न किसी एलिमेंट की कमी जरूर नजर आती है। ऐसा भी कही बार होता है की सभी तत्व भोजन में होते हुए भी हम उसको अब्जॉर्ब नही कर पाते है। घर किसी के शरीर की रचना अलग–अलग होती है। किडनी पेशेंट और कैल्शियम भी आपस में संबंधित है। 

गर्भवती महिलाओं में कैल्शियम की आवश्यकता ज्यादा होती है क्यों की वह उसके बच्चों को नीड भी पूरी करती है। शरीर में जब बेबी बनता है तब उसके बोन डेवलप होने लगते है। भारत में गर्भवती महिलाओं में कैल्शियम को कमी पाई गई है इस कारण से भारत सरकार कैल्शियम की दवाएं फ्री में लोगों तक पहुंचाने का काम करती है। सरकारी दवाखानों में भी आजकल इलाज बहोत अच्छा होने लगा है। बूढ़े लोगों में ओस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या आने लगती है। जिसमे बूढ़े लोगों की हड्डियां कमजोर होकर टूटने लगती है। बुढ़ापे में कैल्शियम ज्यादातर बार कम ही दिखता है और ऐसी समस्या आना भारत में कॉमन हो रही है।

कैल्शियम के कमी के कारण सिर्फ दांत,हड्डी में ही समस्या उत्पन्न नही होती है,तथा कैटारेक्ट होने की संभावना भी बढ़ने लगती है। जोड़ो में ढीलापन आना,जोड़ो में दर्द होना,जोड़ों से आवाज आना और बाल झड़ना यह भी कैल्शियम कमी के कारण होता है। कैल्शियम के कमी के कारण क्या–क्या हो सकता है यह तो आपके समझ में आया होगा पर यह कैल्शियम की कमी किस तरह से पूरी कर सकते है इसके भी बारे में हम जान लेते है। प्राथमिक उपाय यानी की कैल्शियम के कमी के उपर दूध पीने की सलाह में देना चाहूंगा। बदाम और ओट खाने से भी कैल्शियम की कमी आसानी से पूरी हो जाती है। कैल्शियम संतरे के अंदर भी पाया जाता है। भारत में संतरे को आसानी से खाया जा सकता है क्यों की बादाम और चीज थोड़ा महंगा होता है। 

ऐसा नही है की कैल्शियम सिर्फ हमे डेयरी प्रोडक्ट्स से ही मिलता है। कैल्शियम हमे कही सब्जियों में से भी प्राप्त होता है जैसे गोबी को हम कैल्शियम की कमी होने पर ज्यादा मात्रा में खा सकते है। 

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