🔮 ब्रह्माण्ड में पृथ्वी जैसे कितने ग्रह हैं ?

ब्रह्माण्ड में पृथ्वी जैसे कितने ग्रह हैं ?

हमारा पृथ्वी के उपर हुआ जन्म ही अपने आप में येक रहस्यमई बात हैं। हम जिस पृथ्वी के ऊपर बसे हुए है,उससे कई ज्यादा बड़ा यह यूनिवर्स है। हम इस यूनिवर्स की गणना तक नही कर सकते है। हमारा स्थान गैलेक्सी के मुकाबले में ही अनु के बराबर नही है। पृथ्वी इस ग्रह पर कही सालों पहले जीवन की उत्पत्ति हुई भी नही थी। धीरे–धीरे सब चीजे बनना चालू हुई। पृथ्वी के इस वातावरण को रंग देने में कही बरस लग गए। कुछ समय पहले मानव को भी ज्ञान नहीं था की हम कौन है। सभी लोग येक साथ आकर पृथ्वी के उपर साथ में जीना चालू कर दिया। वही से परिवार, गांव और संस्कृति ने अपना पैर जमाना चालू कर दिया। सिर्फ मानव प्राणी ने दिन ब दिन तरक्की करके इस पृथ्वी को फिर बर्बाद करना चालू कर दिया।

पृथ्वी के उपर जीने योग्य वातावरण तयार होने का बहोत बड़ा इतिहास है। आज के समय जो भी प्राणी और पेड़ है उनका जन्म किसी येक से ही हुआ है,यानी मानव में जो घटक पाएं जाते है वह घटक किसी व्हेल में भी पाएं जाते है। समय के अनुसार सभी का शरीर बदलता गया और आज के समय व्हेल पानी में और मानव जमीन के उपर हमे दिखाई देता है। विकास इतना हुआ की हमे आज उसी विकास की तकलीफें झेलनी पड़ रही है। पृथ्वी पहले जैसी थी वह फिर से वैसी नहीं बन पाएंगी। अधिक मात्रा में पृथ्वी के संसाधनों का इस्तेमाल करने के कारण जमीनें बंजर बन गई है। हवा में प्रदूषण बढ़ गया है। संसाधन तो पृथ्वी के उपर सीमित ही है पर जनसंख्या दिन ब दिन बढ़ती ही जा रही है। जनसंख्या बढ़ने के कारण लोगों में बीमारियां बढ़ रही है और इसका सीधा असर पृथ्वी के वातावरण पर हो रहा है। 

कही कारणों के कारण मानव को अपना घर भविष्य में बदलना पड़ सकता हैं। कही सारे करोड़पति लोग अपने खुद से दम से स्पेस पर रिसर्च कर रहे हैं और रॉकेट्स भी भेज रहे है। कही लोगों का कहना है की, पृथ्वी को हमे छोड़ना पड़ सकता है,इस कारण अभी से रिसर्च चालू करे तो अंतिम समय में हमे ज्यादा दिक्कतें नही आएंगी। नासा के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी जैसे ग्रहों के उपर कही सालों पहले ही काम चालू कर दिया था। नासा ने 2020 में TOI-700 d इस प्लैनेट को ढूंढ निकाला है जो की पृथ्वी से बिलकुल मिलता है। यह प्लैनेट पृथ्वी के साथ कई सारी बातों में समानता दिखाता है। यह ग्रह तैश टेलीस्कोप से ढूंढा गया है। अलग–अलग प्रकार के गैलेक्सी में पृथ्वी जैसे कही सारे ग्रह हमे दिखाई देते है। 

हमारी मिल्की वे गैलेक्सी में पृथ्वी जैसे ग्रहों की संख्या सौ अरब तक हो सकती है,ऐसा संशोधनों से पाया जा रहा है। जब केप्लर टेलीस्कोप काम में थी तब उसका भी उद्देश्य पृथ्वी जैसे ग्रहों की खोज करना ही था। उसने केप्लर 62e इस पृथ्वी जैसे दिखने वाले ग्रह को 2009 में ढूंढ के निकाला।  Gliese 581c इस ग्रह को 2007 में ढूंढा गया था,यह भी पृथ्वी के साथ समानता दिखाता है। इस ग्रह को सुपर अर्थ भी कहा जाता है। पृथ्वी जैसे ग्रहों में दिखने वालें ग्रह कही सारे अब तक मिले है,उसमे Proxima b हो या TRAPPIST-1 हो सह सभी वातावरण के सभी प्रकार के वायुयों को अपने आप में शामिल करते है। दिन ब दिन पृथ्वी जैसे ग्रहों की संख्या बढ़ रही है। नए नए पृथ्वी जैसे दिखने वाले ग्रह सामने आ रहे है।  

पृथ्वी जैसे दिखने वाले सभी ग्रह हमसे बहोत दूर है,इस कारण से हम उन ग्रहों के उपर आसानी से जा नही पाएंगे। जब हम लाइट के स्पीड से जाते है,तब भी कही साल लग जाते है। मानव की ज्यादा से ज्यादा आयुर्मान सौ सालों से कम ही होती है,हमारे पास समय भी सीमित है। साइंस में बदलाव आ रहे है। आज के वक्त मानव सभी नामुमकिन चीजों को भी कर रहा है। भविष्य में जब यूनिवर्स में घूमने की मशीन तयार होगी तब आज जो भी बाते हम सोच रहे है,वह सत्य होंगी। आपको इस ब्रह्माण्ड में पृथ्वी जैसे कितने ग्रह हो सकते है ? इसके बारे में कही सारी बातें पता चली होंगी। आपका कोई भी प्रश्न हो तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं। लिखा हुआ अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों को भी भेज सकते है।

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