👄 होंठ सूजने के कारण क्या हैं ?

होंठ सूजने के कारण क्या हो सकते है ?

भारत में ज्यादातर दिन गर्मियों का मौसम ही देखने को हमे मिलता है। बाहरी सभी देशों की तुलना में भारत में ठंड की मात्रा थोड़िसी कम होती हैं। ठंड और बारिश कही रोगों का लक्षण बनते है। भारत की तुलना में बाहरी देशों में ज्यादा ठंडा वातावरण होने के कारण रोग होने की संभावना कम हो जाती है। ज्यादातर बैक्टेरिया,वायरस और फंगस ठंड में अपने आप को विभाजित नही कर पाते है। भारत जैसे गर्मीले देशों में यही क्रियाएं बहोत तेज होती है और इसके कारण कही रोगों का संक्रमण होता रहता है। समर में फंगस के कारण लोगों के शरीर के उपर कही प्रकार के दाग–धब्बे आते है। यही दाग–धब्बे शरीर को खराब करने के लिए काफी है। इसके साथ कही लोगों को होटों की सूजन की भी बहोत परेशानी होती है। 

होट सुजने के कही कारण हो सकते है। जैसे कही बार हमे कोई कीड़ा काटता है,तब भी होट सूज जाते है। अक्सर कही लोगों में आजकल एलर्जी का प्रभाव ज्यादाहि बढ़ रहा है। एलर्जी कही प्रकार की होती हैं। हमारे शरीर के हर येक पार्ट नेचर के साथ एक्टिवली काम करता हैं। बैक्टेरिया को रेस्पोंड करते–करते हमे भी तकलीफ होने लगती है। होटों में सूजन आना यह अक्सर ठंड के कारण भी होता है। होटों पर सूजन आने को मेडिकल भाषा में एंजियोएडेमा भी कहां जाता है। इसमें सिर्फ होटों के उपर ही सूजन नही आती है। इसके वजह से किसी भी शरीर के पार्ट पर सूजन निर्माण हो सकती है जैसे हमारी आंख ही क्यों न हो। आँख के उपर सूजन आने पर दर्द भी बढ़ने लगता है। नट्स खाने के कारण भी एलर्जी हो सकती है। नट्स,दूध, अंडे और कुछ मछलियां खाने पर हमारे होंठ सुजते है।

छोटे बच्चों और बूढ़े लोगों में दवाइयों के कारण होंठ सुजने के साथ उनका रंग भी बदल जाता है। जो एस्पिरिन और पेनिसिलिन जैसे दवाओं को हमेशा खाता है उसके होंठ आपको नॉर्मल होटों से थोड़े बड़े दिखेंगे। बाजार में कही तरह के मसाले आज के वक्त उपलब्ध है जिनको खाने से हमे कैंसर तक हो सकता है। ऍनाफिलेक्सिस में एलर्जी बहोत बढ़ती है,कही लोगों को इसका दौरा कायम पड़ता रहता है। ऍनाफिलेक्सिस शौक लगने का कारण आम लोगों में पीनट्स को बताया जाता है। इस शौक में सांस लेने में दिक्कत, आंखे लाल होना,पेट में दर्द होना इस तरह के लक्षण भी देखें जाते है। इन अलग–अलग समस्याओं के कारण भी होंठ सूज सकता है। 

जिस तरह से मानव का आज के समय विकास होते ही जा रहा है,वैसे ही कई सारे रोगों का विकास भी बढ़ रहा है। बच्चे जन्म से ही कही समस्याओं से पीड़ित हो रहे है। होठों के सूजन पर डॉक्टर्स कही समय एपीनेप्रिन,एड्रेनलिन और एंटीहिस्टैमिन भी मरीज को देते है। यह देने के कारण होठों की सूजन बहोत कम होती है। जिन भी मरीजों को वातावरण के कारण इस तरह की समस्या आ रही होती है,उनकी समस्या खुद ब खुद कुछ दिनों के अंदर कम हो जाती है। आपको होंठ सुजने के कारण क्या होते है ? इसके बारे में अब बहोत बाते पता चली होंगी। आपका अन्य कोई भी प्रश्न हो तो हमे नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। यह जानकारी दोस्तों को भी भेज सकते है।

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