🛸 नासा में नौकरी कैसे मिलेगी ?

नासा में नौकरी कैसे मिलेगी ?

कुछ वक्त पहले लोगों की जरूरत सिर्फ खाना,सोना और अच्छी जगह रहना यही रहती थी। सामुबके साथ जरूरतें बदल रही है। हमारी पृथ्वी दिन ब दिन बिगड़ती जा रही है। हर रोज नई फैक्ट्रियां लग रही है उसके कारण पॉल्यूशन बढ़ रहा है। पृथ्वी का ओजोन हर दिन कम हो रहा है। ओजोन कम होने के कारण सूर्य की कीरने कही सारे रोगों को उत्पन्न कर रही है। कुल मिलाके मानव के कारण ही इस पृथ्वी का नुकसान हो रहा है। यही सबसे बड़ा कारण है जो की,हमारे शोध को तेजी देता है। 

नासा का उद्देश सिर्फ किसी भी नई चीज और पानी को खोजना ही नही है। हमे भविष्य के बारे में भी सोचना होगा,आज के वक्त को देखते हुए भविष्य सभी लोगों को नजर आ ही रहा होगा। क्या पता कुछ सालों बाद यह पृथ्वी रहने के लायक ही न रहे। कही सारी अमरीकन मूवीज में हम जब देखते है तो उसमे मानव ने ही सोची हुई कुछ बातों को दर्शाया हुआ होता है। जैसे पृथ्वी के उपर कही रोग आते है तथा सभी जमीन पानी में डूब जाती है। हां,यह बाते जब हम सोचते है तो हमे आश्चर्य लगता है। भविष्य हम कभी भी नही बता सकते है पर उसका अनुमान तो लगा सकते है। पूरे विश्व में नासा किसी भी अंतरिक्ष की खोज के लिए सबसे आगे है। 

नौकरियां तो कही सारी है पर उसमे भी सभी लोगों को पसंद अलग–अलग होती है। कही लोग नासा में काम पाने के लिए बहोत इंटरेस्टेड होते है,पर उनको पता ही नही होता है की,कब क्या करना चाहिए। नासा में हमे नोकरी कैसे मिलेगी ? यह प्रश्न तो सभी के पास होता है पर उसका उत्तर ढूंढने की कोशिश कोई भी नही करता है। दोस्तों नासा का फुल फॉर्म होता है,नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन जो की अमरीका में स्थित है। नासा सभी प्रकार के अंतरिक्ष अन्वेषण और खोज करने में विश्व में प्रथम स्थान पर हैं। कही भी नोकरी पाने के लिए हमारी बैचलर डिग्री पूरी होना बहोत ही आवश्यक है। 

नासा जैसे पूरे विश्व की सबसे बड़ी संस्था है,वैसे ही उसमे चुने जाने वाले सभी सदस्यों की कड़ी से कड़ी परीक्षाएं ली जाती है। भारत से जाने वाले कही विद्यार्थी सीईओ और बड़े–बड़े रिसर्चर बनते है। भारत के सबसे प्रसिद्ध संस्थान यानी आईआईटी के बच्चों ने हर येक क्षेत्र में अपना विकास किया हुआ है। नासा में जाने के लिए हमारा शरीर भी अच्छा होना जरूरी है। हमारी ऊंचाई,आंखे और सुनने की शक्ति अच्छी होना जरूरी है। नासा में जाना मतलब एस्ट्रोनॉट ही बनना नही होता है। नासा में कही सारे काम होते है,जिसके लिए भी कही सारी वेकेंसीज निकलती रहती है। दोस्तों, एस्ट्रोनॉट बनने वाले लोगों की कड़ी से कड़ी ट्रेनिग्स होती है। अंतरिक्ष में सभी बातें पानी के समान होती है,इस कारण कही सारी ट्रेनिंग्स पानी में ही करवाई जाती है। 

अंतरिक्ष में जीरो ग्रैविटी होने के कारण हम उड़ते रहते हैं। अंतरिक्ष में जाकर सिर्फ घुमना नही होता है। जब किसी भी ग्रह पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा जाता है तब वह उस ग्रह के कही सारे परीक्षण करते है। जैसे किसी भी ग्रह की मिट्टी देखना और उसका परीक्षण करना हो। परीक्षण में कही बार अजीबो–गरीब चीजें हमे मिलती है। पृथ्वी जैसी मिट्टी भी कही ग्रहों के उपर पाई गई है। कही ग्रहों के उपर पानी होने के कुछ अंश भी मिले है। पानी का खोज ही जीवन के होने की आशंका दिखाता है। नासा जैसे बड़े संस्थान में छुट्टियां नही मिलती है। साधारणतः छह महीने में एखाद बार छुट्टियां दी जाती है। नासा में जाने के लिए तथा उनकी नोकरी पाने के लिए हमे उनकी वेबसाइट के उपर देखना पड़ेगा।

कोई भी संस्था जब जॉब्स या वैकेंसी निकालती है तब वह सबसे पहले इनफॉर्मेशन अपने खुद के वेबसाइट के उपर डालती है जिसके कारण सभी लोगों तक सही जानकारी पहुंच जाती है। इंजीनियरिंग करने वाले सभी छात्रों के लिए नासा में नोकरी बार–बार निकलती रहती है। भारत में नासा की तरह इसरो कार्यरत है। इसरो का फुल फॉर्म इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन होता है। भारत में आप अच्छी नोकरी और सैलरी पा सकते है। इसरो का प्रमुख मुख्यालय बेंगलुरु में स्तिथ है। आज के समय नासा के बराबर भारत के सभी संशोधन केंद्र काम कर रहे है। भारत ने 104 उपग्रहों को एकसाथ अवकाश में छोड़ने का विश्वरेकॉर्ड बनाया है। यह सभी उपग्रहों को श्रीहरिकोटा में स्थित संशोधन केंद्र से भेजा गया था।

इसरो में जाने के लिए भी कुछ परीक्षाएं ली जाती है तथा मुलाखत भी होती है। दोस्तों नासा में नोकरी पाने के लिए बहोत मेहनत की आवश्यकता भी होती है। वर्ल्ड में जो जाने–माने फिजिक्स की परीक्षाओं को जो अभ्यर्थी पास करते है,उनको नासा अपने काम के लिए लेता है। दोस्तों,नासा में नोकरी हमे कैसे मिल सकती है ? इस प्रश्न का उत्तर आपको मिला होंगा। आपका कोई भी प्रश्न हो तो कमेंट करके हमे जरूर बताएं तथा यह जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते है। 


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